नई दिल्ली: सूर्य पुत्र शनि को भले ही लोग क्रूर दृष्टि का मानते है लेकिन वो न्याय के देवता है। इनकी दृष्टि से इंसान ही नही भगवान भी नही बच पाए हैं। शनि लोगों को उनके कर्म के अनुसार फल देते है, और दंड भी। शनि देव की जब किसी पर अच्छी दृष्टि डालते है तो वो रंक से राजा बन जाता है।
अब शनि देव की कृपा जातकों पर जमकर बरसने वाली है क्योंकि कष्टो से छुटकारा पाने का दिन आ रहा है। जो सबके लिए बहुत ही मह्त्वपूर्ण दिन होगा। पूरे देश मे शनि जयंती का दिन काफी खास दिन के रूप में माना जाता है शनि जयंती साल में दो बार आती है जो पहले वैशाख में फिर और दूसरी ज्येष्ठ के महीने में मनाई जाती है। अब जानते है कि इस साल शनि जयंती किस दिन पड़ने वाली है।
Shani Jayanti 2023 Date
इस साल वैशाख के महिने की शनि जयंती 20 अप्रैल 2023 को पूरे देश भर में मनाई जाएगी। दक्षिण भारत के साथ उत्तर भारत में शनि जयंती वैशाख अमावस्या के दिन ही मनाई जाती है. पंचांग के अनुसार 19 अप्रैल 2023 को वैशाख अमावस्या की तिथि सुबह 11 बजकर 23 मिनट से शुरू होकर अगले दिन 20 अप्रैल 2023 को सुबह 09 बजकर 41 मिनट पर समाप्त होगी। इस बार वैशाख अमवास्या पर सूर्य ग्रहण भी लगने वाला है, हालांकि भारत में सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा। इसलिए सूतक काल नही लगेगा.
शनि जयंती 2023 की तिथि
सुबह का मुहूर्त – सुबह 05.51 – सुबह 07.28 (19 मई 2023)
दोपहर का मुहूर्त – दोपहर 10.43 – दोपहर 01.58 (19 मई 2023)
शाम का मुहूर्त – शाम 06.50 – शाम 08.12 (19 मई 2023)
ज्येष्ठ शनि जयंती 2023 मुहूर्त
18 मई 2023 को रात 09 बजकर 42 मिनट से ज्येष्ठ अमावस्या की तिथि की शुरुआत होगी, जो अगले दिन 19 मई 2023 को रात में 09 बजकर 22 मिनट तक रहेगी। उदयातिथि के अनुसार 19 मई को शनि देव की पूजा का शुभ मुहूर्त माना जा रहा है कि इसी दिन सूर्य और छाया के संयोग से शनि देव का जन्म हुआ था।
Shani Jayanti Pooja Vidhi 2023
सुबह का मुहूर्त – सुबह 07.11 – सुबह 10.35 (19 मई 2023)
दोपहर का मुहूर्त – दोपहर 12.18 – दोपहर 02.00 (19 मई 2023)
शाम का मुहूर्त – शाम 05.25 – शाम 07.07 (19 मई 2023)
शनि जयंती का महत्व
सूर्य पुत्र शनि देव के बारे में बताया जाता है कि शनि जयंती के दिन इनकी पूरी श्रृद्धी भक्ति के अनुसार पूजा करने से शनि देव की कृपा दृष्टि बनी रहती है. इस दिन मंत्र जाप, पूजा-पाठ, जरुरतमंदों को दान, करने से साढ़ेसाती, ढैय्या और शनि की महादशा के अशुभ प्रभाव से छुटकारा मिल जाता है। शनि जयंती के दिन किसी बेसाहारा व्यक्ति को भोजन कराना बेहद ही शुभ फल देता है।