आखिर अपना तो अपना होता है। नेपाल ने चीन के खिलाफ बदला सुर
अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान आये उप प्रधानमंत्री कमल थापा ने भारत के प्रति अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा की भारत से हमारे रिस्ते अतुलनीय है
और हम दोनों देशों से लाभ लेना चाहते है मगर किसी की कीमत लगाकर नहीं। नेपाल अपने मुश्किल दौर से गुजरने के दौरान भारत का समर्थन हासिल करना चाहता है। मधेशियों के मुद्दे पर कमल थापा का कहना है की यहाँ मुद्दा जल्द ही हल क्र दिया जाएगा। और अस्थिरता को लेकर कहा की ओली सरकार कोई खतरे में नहीं फ़िलहाल कमल थापा के पास विदेश मंत्री का भी प्रभार है।
कमल थापा का कहना था की हम विकास चाहते है और इसके लिए हमे जिसका भी सहयोग मिलेगा हम लेंगे। 50 साल पहले जो हिमालय हमारे लिए अवरोध था जो आज नहीं है। हमारे पास रेलवे मार्ग आ गया और तिब्ब्त के आसपास राजमार्ग आ रहे है। और नेपाल के लिए बुद्धिमानी होगी की इस स्थिति का पूरा फायदा उठाये।
अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान आये उप प्रधानमंत्री कमल थापा ने भारत के प्रति अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा की भारत से हमारे रिस्ते अतुलनीय है
और हम दोनों देशों से लाभ लेना चाहते है मगर किसी की कीमत लगाकर नहीं। नेपाल अपने मुश्किल दौर से गुजरने के दौरान भारत का समर्थन हासिल करना चाहता है। मधेशियों के मुद्दे पर कमल थापा का कहना है की यहाँ मुद्दा जल्द ही हल क्र दिया जाएगा। और अस्थिरता को लेकर कहा की ओली सरकार कोई खतरे में नहीं फ़िलहाल कमल थापा के पास विदेश मंत्री का भी प्रभार है।
कमल थापा का कहना था की हम विकास चाहते है और इसके लिए हमे जिसका भी सहयोग मिलेगा हम लेंगे। 50 साल पहले जो हिमालय हमारे लिए अवरोध था जो आज नहीं है। हमारे पास रेलवे मार्ग आ गया और तिब्ब्त के आसपास राजमार्ग आ रहे है। और नेपाल के लिए बुद्धिमानी होगी की इस स्थिति का पूरा फायदा उठाये।