नोटबंदी ! क्या तीन साल में खुद ही अमान्य हो जाएगा 2000 का नोट
नोटबंदी के बाद जहाँ देशभर में 2000 रूपए के नोट को लेकर लोग रंग छोड़ने की बात कर रहे है वही कुछ लोगों का मानना है की इस प्रकार से रंग छोड़ना नोट का विमुद्रीकरण भी हो सकता है। सोशल मीडिया पर ख़बरें चल रही है इन्ही अफवाहों में यह भी बात सामने आई है की 2000 का नोट 3 साल बाद में खुद एक कागज के सामान सफ़ेद हो जायेगा। इसे प्रत्येक 2 साल बाद बैंक में जमा करवाकर नया लेना होगा।
मगर कुछ लोगों का कहना है की उन जमाखोरों के लिए यह मोदी जी का प्लान है की प्रत्येक 3 साल बाद अगर बैंक नहीं पहुँचने वाला नोट भी स्वतः रंग छोड़ देगा। इन सबके बीच जनता में असमंजस की स्थिति बानी हुई है।
यह भी पढ़ें : खुशखबरी, आपके बैंक अकाउंट में इतना पैसा डालने जा रही है मोदी सरकार!…
आरबीआई का कहना है की 2000 का ही नहीं सभी असली नोट जो होते है वो रंग छोड़ते है। ऐसी प्रयोगात्मक तरीके से लोगों ने 100 के नोट पर भी यही तरीका अपनाया जो सही पाया गया। 100 का नोट भी रंग छोड़ता है। सभी प्रकार के नोट पर इंटेलिओ इंक आती है जिससे छपाई उभरी हुई होती है।
किसी भी देश की मुद्रा हो , रंग तो छोड़ती है। लेकिन चलन के बाद यह नोट रंग नहीं छोड़ता।
देखें वीडियो : वजह तुम हो: एक मिनट का ये इंटीमेट सीन ही है इस फिल्म की आत्मा
ऐसी प्रकार यह दावा करने वाले उन लोगो को महज एक अफवाह माना गया है। 2000 का नोट किसी भी तरीके से 3 साल में रंग नहीं छोड़ेगा।
रंग छोड़ने वाली और 3 साल में 2000 के नोट का स्वतः विमुद्रीकरण एक अफवाह है।
यह सब ख़बरें भ्रामक है। आरबीआई भी इसे सिरे से नकारता है। पुराने नोटों की भांति ही 2000 का नया नोट भी वेसे ही चलेगा।
किसी भी प्रकार से यह 3 साल बाद सफ़ेद कागज नहीं होगा।