बाबा रामदेव की आटा नूडल्स पर भी मंडराया खतरा! नहीं ली FSSAI की मजूरी।
मगर बाजार में उतरने जल्दी में बाबा रामदेव ने सरकार द्वारा निर्धारित प्राधिकरण से इजाजत ही नहीं ली।
किसी भी रसद सामग्री या खाने योग्य उत्पाद को बनाने के बाद उसे भारतीय खाद्य सुरक्षा एवम मानक प्राधिकरण द्वारा प्रमाण पत्र लेना होता है।
FSSAI की और से कहा गया है की हमारे द्वारा कोई भी लाइसेंस नहीं दिया गया है। जबकि पतंजलि आटा नूडल पर लाइसेंस नंबर भी छपा हुआ है।
वहीँ पतंजलि आयुर्वेद की और से कहा गया है की कागजात तैयार हो रहे है की अभी कोई रोक नहीं लगी है जब पुरे कागजात आ आएंगे तो जवाब देंगे।
राज्य सरकार की मैन्युफैक्चरिंग की अप्रूवल के बाद FSSAI से लाइसेंस लेना जरुरी होता है जिसके बाद खाद्य उत्पाद को बाजार में उतरा जाता है।