भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अक्षर सीधे और सहन शील स्वभाव के जाने जाते है मगर आपको बता दें की जैसे वो अपनी मुस्कान के लिए जाने जाते है उसी प्रकार उनका गुस्सा भी याद रहता है कुछ मौको पर उन्हें जो गुस्सा आया हम उनकी बात कर रहे है
पहला मौका तब था जब 2014 में चैम्पियंस ट्रॉफी टी-20 लीग के दौरान हैदराबाद होटल में खाना खाने पहुंची चेन्नई सुपर किंग्स की टीम।
धोनी के साथी खिलाडी रायडू अपने घर पर बनी बिरयानी साथ लाये थे जिन्हे होटल कर्मियों ने नियमो का हवाला देकर बहार का खाना न खाने की सलाह दी। ऐसी बात को लेकर धोनी को गुस्सा आ गया और बहस हो गई। बात इतनी बढ़ गई की पूरी टीम बिना खाना खाए ही लौट गई।
दूसरी बार जब धोनी ने मारा विजयी छक्का ! भारत श्रीलंका के खिलाफ फाइनल मैच खेल रहे थे तब कुलसेकरा की गेंद धोनी ने खेली और 2 रन भागे लेकिन युवराज ने क्रीज में पैर न रखे जाने के कारन एम्पिरे ने एक ही रन गिना,इस बात को लेकर धोनी युवराज पर नाराज हो गए।
आईपीएल 2012 में जब क्वालिफाइंग मैच हो रहा था और धोनी की टीम ने दिल्ली की टीम के खिलाफ 222 रन बनाये थे और धोनी यह चाहते थे जीत तो होगी मगर गेंदबाज भी अच्छा परफॉर्म करे। ऐसी दौरान ड्वेन ब्रावो ने लापरवाही करके एक विदे बॉल फेंक दी ऐसी बात पर धोनी काफी गुस्सा हुए थे।
धोनी जब आईपीएल का एक मैच राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ खेल रहे थे तब आखिरी ओवर में राजस्थान को एक ओवर में 27 रन चाहिए थे उसी समय ब्रावो ने पहली ही गेंद नोबॉल फेंकी और बल्लेबाज मॉरेस ने छका जड़ दिया। अगली ही बॉल पर मॉरेस ने बॉल हिट की और रन लेने के लिए दौड़े तो बॉल को फील्डर रविन्द्र जडेजा पकड़ने में ढीले से और लापरवाह से दिखे। ऐसी बात को लेकर धोनी,जडेजा की तरफ गुस्से भरी नजरो से देखने लगें।
आखिरी बार धोनी का गुस्सा ब्रिस्ब्रेन में भारत और आस्ट्रेलिया के बीच 2011 -12 में वनडे मैच में देखा गया।
29 वें ओवर में गेंदबाज सुरेश रैना ने माइक हसी को स्टंप किया तभी लेग अंपायर ने नोट आउट करार दिया मगर तकनीक खराबी के चलते स्क्रीन में आउट दिखाया गया तो इस बात को लेकर धोनी और अंपायर के बिच काफी बॉस हुई।
धोनी अपनी मुस्कराते हुए चेहरे और शांत स्वभाव के लिए जाने जाते है