प्रधानमंत्री मोदी की पांच सौ व एक हजार के नोट बंद करने निर्णय बेहद गोपनीय तरीके से लिया गया। इस पुरे कार्य की तैयारी इस वर्ष की शुरुआत से ही कर दी गई थी।इस बात की जानकारी मात्र वित्त मंत्री अरुण जेटली और उर्जित पटेल को ही थी। तभी सरकार आरबीआई की मदद से ज्यादा से ज्यादा 100 के नोट जारी करने में जुटी थी। सभी बैंकों पर 100 का नोट देने वाले ज्यादा एटीएम लगाने के लिए सख्ती भी शुरू कर दी गई, वहीं ऐसा करने वाले बैंको पर प्रोत्साहन की भी घोषणा हुई थी।
मोदी सरकार अब 10 नवंबर को 500 और 2000 रुपए के नए नोट जारी कर रही है ।
आपको यह बता दें कि काला धन रोकने के लिए 2000 रूपए के नए नोट पर नैनो जीपीएस चिप भी लगी है। इससे नोट रखे होने की लोकेशन का भी पता लगाया जा सकेगा। इसमें नैनो जीपीएस चिप लगा होगा। इस चिप में पावर सोर्स नहीं होता। यह चिप सिग्नल रिफ्लेक्टर की तरह काम करता है। सैटेलाइट से सिग्नल छोड़ने पर एनजीसी चिप से रिफ्लेक्ट होगा। इससे नोट की सही लोकेशन का पता चल जाएगा।
120 मीटर जमींदोज नोट का भी पता चल जाएगा
सैटेलाइट से मिले सिग्नल से पता चलेगा कि किसी खास लोकेशन पर कितने नोट हैं। जांच एजेंसियों को इसका हमेशा पता रहेगा। जमीन के भीतर 120 मीटर के गहरे गड्ढे में भी यह सिग्नल अच्छे से पकड़ेगा। नोट को पूरा नष्ट किए बिना उसकी जीपीएस चिप को निकालना संभव नहीं होगा।